गंगा नदी पर जेपी सेतु के समानांतर पुल का निर्माण, उत्तर बिहार को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी
पटना: दीघा में गंगा नदी पर जेपी सेतु के समानांतर 180 मीटर पश्चिम में बनने वाले नए सिक्सलेन पुल के निर्माण के लिए एसपी सिंगला कंपनी को सबसे कम 2221.47 करोड़ रुपये की लागत का प्रस्ताव दिया है। यह जानकारी गुरुवार को फाइनांसियल बिड खुलने पर सामने आई। पुल के निर्माण की जिम्मेदारी मिलने पर काम अप्रैल से शुरू होगा और 2027 में इसके बनकर तैयार होने की उम्मीद है।
पुल के फायदे:
उत्तर और दक्षिण बिहार को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
बुद्ध सर्किट का हिस्सा बनेगा।
NH-139W पटना से बेतिया सड़क सहित बुद्ध सर्किट का हिस्सा।
पटना की तरफ पुल पर चढ़ने और उतरने के लिए 4 एप्रोच रोड बनेंगे।
सोनपुर की तरफ 700 मीटर लंबाई में एप्रोच रोड बनेगा।
सोनपुर की तरफ वर्तमान सड़क 2 लेन से 4 लेन चौड़ी होगी।
बिहार के उत्तरी हिस्से में औरंगाबाद, सोनपुर, छपरा, मोतिहारी, बेतिया को पटना से सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी।
बुद्ध सर्किट के वैशाली और पूर्वी चंपारण में केसरिया स्तूप को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
एनएच-139W में प्रसिद्ध अरेराज सोमेश्वरनाथ मंदिर और प्रस्तावित विराट रामायण मंदिर को कनेक्टिविटी मिलेगी।
वर्तमान जेपी सेतु:
वर्तमान में पटना और सोनपुर को जोड़ने वाला जेपी सेतु दो लेन का है।
इसका उपयोग केवल हल्के वाहनों की आवाजाही के लिए होता है।
भारी वाहनों और व्यवसायिक उपयोग के लिए सिक्सलेन पुल की जरूरत थी।
निर्माण की गुणवत्ता:
निर्माण की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए 5डी-बीआईएम, बीएचएमएस, मासिक ड्रोन मैपिंग जैसी नवीनतम तकनीक का उपयोग होगा।
ईपीसी (इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण) मॉडल पर परियोजना का निर्माण होगा।
गंगा नदी पर पुल:
राज्य में गंगा नदी पर फिलहाल 7 पुल हैं।
अगले कुछ साल में 11 पुल और बनने से पुलों की संख्या 18 हो जाएगी।
पटना में गंगा नदी पर फिलहाल 3 पुल हैं, जो कुछ साल में 9 हो जाएंगे।