लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उपेंद्र कुशवाहा को बड़ी खुशखबरी मिली है। चुनाव आयोग ने उनकी पार्टी को राष्ट्रीय लोक जनता दल की जगह राष्ट्रीय लोक मोर्चा के नाम से मंजूरी दे दी है।
नाम बदलने की वजह: उपेन्द्र कुशवाहा कि पार्टी का पहले के नाम “राष्ट्रीय लोक जनता दल” से कई अन्य पार्टियों के नाम मिलते-जुलते थे। चुनाव आयोग ने उपेंद्र कुशवाहा को तीन अन्य नाम सुझाने के लिए कहा था। जिसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने “राष्ट्रीय लोक मोर्चा” नाम चुना।
चुनाव आयोग का पत्र: चुनाव आयोग ने 16 फरवरी 2024 को “राष्ट्रीय लोक मोर्चा” को राजनीतिक दल के रूप में पंजीकृत किया। पत्र में कहा गया है कि पार्टी के नाम से किसी ने आपत्ति नहीं जताई थी। यह पंजीकरण लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 29 के तहत किया गया है।
उपेंद्र कुशवाहा की प्रतिक्रिया: पार्टरी को मंजूरी मिलने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने चुनाव आयोग को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि यह उनकी पार्टी के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा बिहार और देश के लोगों के लिए काम करेगा।
मालूम हो कि, सीएम नीतीश के महागठबंधन के साथ जाने के बाद उपेंद्र कुशवाहा ने जदयू से नाता तोड़ लिया था। वहीं अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल बनाई थी। जिसका नाम बदलकर राष्ट्रीय लोक मोर्चा कर दिया गया है। अब कुशवाहा की पार्टी इसी नाम से आगामी लोकसभा के लिए चुनावी मैदान में नजर आ सकती है।