जन सुराज अभियान के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि इस बार हम संकल्प लेकर आये हैं. उन्होंने किसी नेता व दल का नहीं आपका हाथ पकड़ा है. आपके बच्चों का हाथ पकड़ा है.
उन्होंने कहा कि आप जैसे दही को मथकर मक्खन निकालते हैं, वैसे ही दो साल में वे समाज को मथकर, बिहार को मथकर ऐसे लोगों को निकालेंगे, जिसको आपके आशीर्वाद व वोट से जिता कर लाएं व जनता का राज बनाएं. दो साल में जनता का राज बनेगा.
हमारा पहला संकल्प है, नाली-गली बने चाहे ना बने, स्कूल अस्पताल जब सुधरेगा तब सुधरेगा. लेकिन, सालभर के अंदर आपके घर से जितने लोग बाहर कमाने गये हैं या आपके गांव में जितने युवा बेरोजगार बैठे हैं उनको नौकरी मिले चाहे ना मिले, कम-से-कम 10 से 15 हजार रुपये का रोजी-रोजगार बिहार में करके दिया जायेगा.
उन्होंने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा परेशान बुजुर्ग लोग हैं, जो मजदूरी भी नहीं कर सकते हैं. 60 साल से अधिक उम्र की महिला एवं पुरुषों के लिए हर महीने दो हजार रुपये पेंशन की व्यवस्था की जायेगी.
लोगों से सवाल पूछते प्रशांत किशोर ने कहा कि अगली बार वोट रोजगार के लिए होना चाहिए कि पांच किलो अनाज के लिए. इसपर लोगों ने रोजगार कहा. आपको अपने बच्चों के लिए पढ़ाई चाहिए या अपनी जाति का नेता. इस पर लोगों ने अपने बच्चों के लिए पढ़ाई कही.